करतार सिंह सराभा

एक महान क्रांतिकारी, करतार सिंह सराभा 19 साल के थे जब उन्हें गदर आंदोलन में शामिल होने के लिए अंग्रेजों द्वारा फांसी पर लटका दिया गया था। कवि राज द्वारा निर्देशित बायोपिक ‘सराभा’ इतिहास के प्रति सच्ची है और विषय को थोड़ा भी ग्लैमराइज़ नहीं करती है।
क्रांतिकारियों की कहानियां कई बार कहने लायक होती हैं, लेकिन तथ्यों से चिपके रहना ही इसे हर बार एक अलग दृश्य कहानी बनाता है। ‘सराभा’ में जहां कवि राज सहित कलाकारों का अच्छा अभिनय देखने को मिलता है।